
टाटा मोटर्स शेयर प्राइस: टाटा मोटर्स के शेयर में गिरावट, एक्सपर्ट्स ने दी सतर्क रहने की सलाह
टाटा मोटर्स, भारत की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी, ने हाल के महीनों में अपने शेयर की कीमत में काफी गिरावट देखी है। जुलाई 2024 में ₹1,179 के उच्चतम स्तर से अब तक लगभग 44% की गिरावट आई है, जिससे कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹2 लाख करोड़ से अधिक घट गया है। इस गिरावट ने निवेशकों और विश्लेषकों के बीच चिंता बढ़ा दी है और सतर्कता की सलाह दी जा रही है।
गिरावट के प्रमुख कारण
1. जैगुआर लैंड रोवर (JLR) की कमज़ोर डिमांड
टाटा मोटर्स की लग्जरी कार ब्रांड JLR को चीन, ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन जैसे प्रमुख बाजारों में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। विश्लेषकों ने बताया है कि बढ़ते डिस्काउंट्स, धीमी होती ग्रोथ और नए इंजन मॉडल्स की कमी JLR के वित्तीय प्रदर्शन को 2026 तक प्रभावित कर सकती है। साथ ही, अमेरिका ने यूरोपियन निर्मित कारों पर 25% आयात शुल्क लगा दिया है, जिसने JLR की संभावनाओं पर दबाव डाला है।
2. घाटे में घरेलू बिक्री
घरेलू बाजार में भी टाटा मोटर्स के पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल्स की बिक्री धीमी हुई है। अप्रैल 2025 में कंपनी की बिक्री में 5.1% की गिरावट आई, जबकि उसके प्रतिस्पर्धी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने उसी अवधि में 28% की वृद्धि दर्ज की। इस प्रदर्शन ने कंपनी की प्रतिस्पर्धात्मकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
3. वित्तीय प्रदर्शन की चिंताएं
FY25 की चौथी तिमाही में टाटा मोटर्स की समेकित शुद्ध लाभ में 51% की गिरावट आई, जिससे 14 मई 2025 को कंपनी के शेयर में 3% की गिरावट आई। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले तिमाही में कंपनी का मुनाफा 36% तक घट सकता है, क्योंकि लागत बढ़ रही है जबकि राजस्व लगभग स्थिर रहने की संभावना है।
4. विश्लेषकों द्वारा रेटिंग में कटौती और लक्ष्य मूल्य में कमी
कई ब्रोकरेज फर्मों ने टाटा मोटर्स के शेयर की रेटिंग घटा दी है और लक्ष्य मूल्य कम कर दिया है। HDFC सिक्योरिटीज ने “Reduce” रेटिंग देते हुए ₹733 का लक्ष्य मूल्य रखा है, जो वर्तमान कीमत से अधिक लाभ की संभावना कम दर्शाता है। इसी तरह, Jefferies ने शेयर को “Underperform” रेटिंग देते हुए लक्ष्य मूल्य ₹660 कर दिया है।
बाजार का नजरिया और निवेशकों के लिए सलाह
जैगुआर लैंड रोवर की कम मांग, घरेलू बिक्री में गिरावट, कमजोर वित्तीय प्रदर्शन और विश्लेषकों की नकारात्मक रेटिंग ने टाटा मोटर्स के प्रति बाजार की धारणा को नकारात्मक बना दिया है। निवेशकों को सतर्क रहने और कंपनी के प्रदर्शन पर करीबी नजर रखने की सलाह दी जाती है। कुछ विशेषज्ञ इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए खरीदारी का अवसर मानते हैं, जबकि अन्य रिकवरी के स्पष्ट संकेतों के बिना निवेश करने से बचने की सलाह देते हैं।
निष्कर्ष
टाटा मोटर्स इस समय बिक्री में गिरावट, वित्तीय दबाव और बाहरी बाजार कारकों जैसी चुनौतियों का सामना कर रही है। कंपनी का भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में मजबूत पकड़ और विविध उत्पाद पोर्टफोलियो होने के बावजूद, मौजूदा परिस्थितियां निवेशकों के लिए सतर्क रहने की मांग करती हैं। निवेश निर्णय लेने से पहले कंपनी के तिमाही नतीजों और रणनीतिक पहलों पर ध्यान देना आवश्यक है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है और केवल सूचना के उद्देश्य से प्रदान की गई है। यह निवेश सलाह नहीं है। निवेश से पहले कृपया अपनी स्वतंत्र जांच करें या वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।